ज़रिया हूँ , तेरे इश्क़ को पाने का


ज़रिया हूँ , तेरे इश्क़ को पाने का



मैं तो एक ज़रिया हूँ , तेरे इश्क़ को पाने का 

आज मौका मिला है ख़ुद को लुटा जाने का 

समेट कर इस इश्क़ को तेरी माँग में भर दूं 

आ पास मेरे , छू कर तुझको अपनी जोगन कर दूँ 


अल्फाज़

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