मेरे अंदर तू, मेरे बाहर तू

मेरे अंदर तू, मेरे बाहर तू


मेरे अंदर तू, मेरे बाहर तू,, 
मेरा जिस्म भी तू, मेरी रूह भी तू,, 
मेरी साँस भी तू, मेरी आह भी तू,, 
मेरे माथे का अभिमान भी तू, 
मेरी किस्मत तू, मेरी शोहरत तू,, 
मेरी खुशियाँ तू, मेरी दुनिया तू,, 
मेरे सीने के जज़्बात भी तू,, 
मेरी धूप भी तू, मेरी छाँव भी तू,, 
मेरी खुशबू तू, मेरी सेज भी तू,, 
मेरे दिल का हर अरमान भी तू,, 
पानी में तू, हर ऋतु में तू,, 
बहती नदियों में, धारा सी तू,, 
बादल की गर्जन में है तू,
बिजली की चमकन् में है तू,, 
पानी की टिप टिप में है तू,, 
मिट्टी की खुशबू में भी तू,, 
पत्तों की हरियाली में तू, 
फसलों की खुशहाली में तू,, 
बेलों की लिपटन में भी तू,, 
रेशम की सिमटन में भी तू,, 
गीतों की सरगम में है तू,, 
मेरे दिल की हर धड़कन में तू,, 
जब तक तू है तब तक मैं, 
जब तक मैं हूँ तब तक तू।। 

अल्फ़ाज़

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