देख लेना,, पछताओगी
जो यूँ तन्हा हमें छोड़ जाओगी
वक़्त तो दरिया है बहता चला जायेगा
पर इस बहते हुए दरिया में, बस मेरा ही अक्स पाओगी ,,
अभी तो आसान लगता होगा भुला देना
मुश्किल तो तब होगा, जब हर सपने में मुझे पाओगी ,,
देख लेना,, पछताओगी
जो यूँ तन्हा हमें छोड़ जाओगी
सब फूल हमारे दे जाना,
सब झूठे वादे ले जाना,
अब जाना है तो जाओगी,
पर जो साथ उठी थी बरसातों में,
उन आहों को कैसे झुठलाओगी ,,
देख लेना,, पछताओगी
जो यूँ तन्हा हमें छोड़ जाओगी
चलो माफ करी हर ख़ता तुम्हारी ,,
लो ले जाओ हर खुशी हमारी ,,
हर दिन हर पल बस खुशियाँ हों
आबाद तुम्हारी दुनिया हो
-अल्फ़ाज़
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