तितलियों के रंग में


तितलियों के रंग में


तितलियों के रंग में ,रंग के सुबह आयी है
साथ तेरी सांसो की ,भीनी खुशबू लायी है

मेरे बिस्तर के सिरहाने ,तेरी यादों का तकिया है
चादर सा दिखने वाला ,तेरा जिस्म भी ओढ़ लिया है

तेरी गहरी काली आँखे ,मेरे सोने का ज़रिया हैं
मुझको जो ले डूबा खुद में ,ऐसा इक गेहरा दरिया है

बाहों में भर कर दर्द भरी मेरी तन्हाई कम कर दो
रुक जाओ छत पर आता हूँ , ख्वाहिश मेरी पूरी कर दो

 - अल्फ़ाज़

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