मैंने कब कहा on May 19, 2020 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps मैंने कब कहा, के तुम हो नहीं हसीं दिलकशों से दिलकशी ,, हो गए वो ख़फ़ा, बस इसी बात से ,, मेरे लख्त ए जिगर हम्नशी ,, मैंने कब कहा, के तुम से और हैं कई पर वो इंतज़ार में सही , हो गए वो ख़फ़ा , बस इसी बात से ,, मेरे करीम-ओ-रहनुमा हम्नशीं ,, - अल्फाज़ Comments
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