मेरा इश्क़ पानी


मेरा इश्क़ पानी - my love is like water


मेरा इश्क़ पाक हो जैसे दज़ला फ़रात का पानी
नस नस में बहता जैसे कोई क़लमा हो रूहानी

बस गया वो मुझमें जैसे, ख़ुदा का कोई फ़ज़ल हो
फ़ैज़ बसा है उसमें जैसे, दरगाहों की ग़ज़ल हो

शिरक़त उसकी अब तो मेरे, हर ख़ाबों में होती है
दिन भर कोसों दूर सही, रात, मेरी बाहों में होती है

मिला ना कोई उस जन्नत तक, उनके हुस्न का सानी
मेरा इश्क़ पाक हो जैसे दज़ला फ़रात का पानी

ज़र्रे ज़र्रे में है रौशन, चेहरा उनका, जैसे नूर-ए-अफ़ताब
अरे चाँद भी मांग लेता है उनसे, उनकी खूबसूरती का हिसाब

ख़ुशबू जैसे उनकी, क़ुरान् की हो कोई आयात
महके फ़िज़ा में बन कर जैसे मक्के की हो रवायात्

मेरी कलम से पूछो कहती है, मेरे इश्क़ की कहानी
मेरा इश्क़ पाक हो जैसे दज़ला फ़रात का पानी

IN ENGLISH


My love is like the pure water of Church
Flowing like a God's saying in my veins

She stays in me like God's Grace
Beautyness that she owes like music of Opera

She comes in my every dream that i saw
She stays miles apart from me, but every night, belongs to my arms. 

Noone Compareable like her till heavens
My love is like the pure water of Church

Every thing is lighting, due to her enlightened glowing face
Even moon asked her reasons for the such glow

She smells like the quotes of Bible
Her smell is flowing like a ritual of Jerusalem

My pen tells to the story of my love ❤
My love is like the pure water of Church

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