हथेली पर तुम्हारा नाम
लिखते हैं मिटाते हैं,,
ख़ाब तेरे ये,ओ मेरी जान
हमको क्यूँ रुलाते हैं,,
जबसे तेरा प्यार बनके लहू,
मेरी नसों में है बहने लगा!
टूटा था दिल मेरा कैसे कहूं,
छूते ही तेरे धड़कने लगा!
बिन तेरे जीना मुश्किल सा है,
तुमसे न ये कह पाते हैं!
हंस हंस के हम, तेरा ये गम,
हर वक़्त सबसे छुपाते हैं
ख़ाबों में बस तेरा ही एक नाम,
अभी भी तो हम दोहराते हैं!
लिपट कर दुपट्टे से, तेरे हर शाम,
सिसकते सिसकते हम सो जाते हैं!
हथेली पर तुम्हारा नाम
लिखते हैं मिटाते हैं,,
ख़ाब तेरे ये,ओ मेरी जान
हमको क्यूँ रुलाते हैं,,
अल्फाज़
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