ज़ाया हो जाते हैं

ज़ाया हो जाते हैं


उनकी नज़रें कभी जो हम से हट जाती हैं 
हम ज़ाया हो जाते हैं 

जब वो ज़िक्र किसी का करते हैं हम से हटके
हम ज़ाया हो जाते हैं

जब ख़ाबों में कोई और चला जाता है उनके
हम ज़ाया हो जाते हैं

जब वो बहके बहके से दिखते हैं अकेले में 
हम ज़ाया हो जाते हैं 

जब बातें करते हैं वो हँस कर खुद ही ख़ुद से
हम ज़ाया हो जाते हैं 

जब हमको लेकर उनके अल्फाज़ रूखे हो जाते हैं
हम ज़ाया हो जाते हैं 


अब एहसास हुआ ये जाकर, 

आपके जज़्बातों से हम ज़ाया हो गए हैं
ज़िंदगी से आपकी हम साया हो गए हैं

-अल्फाज़



When her eyes looks at someone else
I lose myself.

When she talks about someone else
I lose myself.

When she dreams someone else than me
I lose myself.

When she looks seduced in alone
I lose myself.

When she talks with smiley face but in alone
I lose myself.

When her words become rough for me
I lose myself.

OH! Now I realized what is happening here-

I lost my value in your life,
And became a shadow for you my LIFE.


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